जन कल्याण
कम्पनी अपने आस-पास के गाँवों के विकास के लिए सतत् प्रयत्नशील है। स्थानीय बेरोजगार युवकों को व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम जन-शिक्षण संस्थान (मानव संसाधन विकास मंत्रालय का एक संगठन ) के साथ मिलकर नियमित रूप से चलाया जा रहा है । इन लोगों को विभिन्न व्यवसायों जैसे मशरूम की खेती करना , स्वास्थ देख-भाल लघु उद्योग में प्रशिक्षण जैसे मोमबत्ती बनाना ,अगरबत्ती बनाना ,ग्रीटींग कार्ड बनाना , रेशम उत्पादन ,चाक बनाना एवं टेलरिंग आदि का काम करना । गाँववालों को एक मशरूम सुखाने की मशीन भी दी गई है| जिससे कि वे अपने उत्पादों को अच्छी तरह से संरक्षित रखकर बाजार में बेच सके ।
कम्पनी अपनी इकाइयों के आस-पास के गाँवों में रहने वाले लोगों को समय-समय पर औषधियों का नि:शुल्क वितरित करती है । स्थानीय लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कम्पनी ने नरवापहाड़ में ग्रामीण चिकित्सा केन्द्र की स्थापना की है । प्रतिभा प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत कम्पनी की ईकाइयों के समीपवर्ती गाँवों के गरीब बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत आदिवासी समुदाय के करीब 30 बच्चों का चयन प्रतिवर्ष किया जाता है । ये बच्चे कम्पनी द्वारा संचालित परमाणु ऊर्जा केन्द्रीय विद्यालय में प्रवेश पाते है नि:शुल्क शिक्षा के अतरिक्त ,इन बच्चों को विद्यालय गणवेष ,पाठयपुस्तक अभ्यास पुस्तक स्कूल बैग इत्यादि की सम्पूर्ण व्यवस्था का उत्तरदायित्व कम्पनी वहन करती हे ।इसके अतरिक्त चयनित छात्रो को 300/- रूपये व छात्राओं को 400/- प्रतिमाह छात्रवृत्रि भी दी जाती है ।
उपर्युक्त के अतिरिक्त कर्मचारियों एवं स्थानीय युवाओं के लिए जादुगोड़ा क्रीड़ा परिषद के तत्वाधान में विभिन्न प्रकार के खेलकूद का समय-समय पर आयोजन किया जाता है । विभिन्न इकाइयों में परिवार कल्याण कार्यक्रम एंवं रक्त दान शिविर का विशेष आयोजन भी किया जाता है ।
कम्पनी अनुमोदित व्यवस्थापन एवं पुनर्वासन नीति का पूर्ण रूप से पालन करती है । स्थानीय युवकों को उद्योगों के लिए आवश्यक हुनर सिखाने के लिए कम्पनी ने तुरामडीह में औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की है ।